What is PRINTER ? Types of Printer? how to install in PC?

What is Printer?

प्रिंटर एक ऑनलाइन आउटपुट डिवाइस (Online Output Device) है जो कंप्यूटर से प्राप्त जानकारी को कागज पर छापता है कागज पर आउटपुट (Output) की यह प्रतिलिपि हार्ड कॉपी (Hard Copy) कहलाती है कंप्यूटर से जानकारी का आउटपुट (Output) बहुत तेजी से मिलता है और प्रिंटर (Printer) इतनी तेजी से कार्य नहीं कर पाता इसलिये यह आवश्यकता महसूस की गयी कि जानकारियों को प्रिंटर (Printer) में ही स्टोर (Store) किया जा सके इसलिये प्रिंटर (Printer) में भी एक मेमोरी (Memory) होती है जहाँ से यह परिणामों को धीरे-धीरे प्रिंट करता हैं|

 प्रिंटर (Printer) एक ऐसा आउटपुट डिवाइस (Output Device) है जो सॉफ्ट कॉपी (Soft Copy) को हार्ड कॉपी (Hard Copy) में परिवर्तित (Convert) करता हैं|”

Definition of ’Printer’ According to Collins Dictionary:A printer is a machine that can be connected to a computer in order to make copies on paper of documents or other information held by the computer.” 

प्रिंटर की परिभाषा हिंदी में अनुबाद कॉलिंस डिक्शनरी के अनुसार : “प्रिंटर एक ऐसी मशीन है जिसे कंप्यूटर से दस्तावेजों या अन्य सूचनाओं के कागज पर कॉपी बनाने के लिए कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है।

प्रिंटर का इतिहास| History of Printer

19वीं शताब्दी में अपने मैकेनिकल कंप्यूटर डिफरेंस इंजन के लिए कंप्यूटर के जनक चार्ल्स बैबेज द्वारा पहला कंप्यूटर प्रिंटर डिज़ाइन किया गया था । 

इसके बाद टाइप राइटर को प्रिंटर और की बोर्ड का पूर्वगामी माना जाता है, इसके आविष्कार क़िरस्टोफर शोल्स ने 1868 में किया था । पहला हाई-स्पीड प्रिंटर 1953 में रेमिंगटन-रैंड द्वारा विकसित किया गया था । इसे UNIVAC कंप्यूटर के साथ उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया था । 

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर सबसे पहले आई बी एम द्वारा 1957 में मार्किट में लाया गया था । पहला इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर EP-101 था, जिसका आविष्कार जापानी कंपनी Epson ने किया था, और 1968 में जारी किया गया था । पहला डॉट मैट्रिक्स इम्पैक्ट प्रिंटर 1970 में Centronics द्वारा विकसित किया गया और यह सेनट्रोनिक्स के इंटरफ़ेस से चलता था । 

पहला इंकजेट प्रिंटर 1976 में Hewlett-Packard द्वारा विकसित किया गया, हालांकि, इंकजेट प्रिंटर 1980 के दशक के मध्य तक लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाए। Hewlett-Packard ने 1984 में अपना पहला लेजर प्रिंटर, HP Laser Jet को पेश किया जो कम लागत वाला प्रिंटर था । उसी वर्ष, Hewlett-Packard ने पहला थर्मल इंकजेट प्रिंटर, HP Think Jet पेश किया । 

आज के समय कई आधुनिक 3D प्रिंटर FDM ( Fused deposition modeling ) नामक एक तकनीक का उपयोग करते हैं, जिसे इन्वेंटर Steven Scott Crump द्वारा विकसित 1988 में पेटेंट कराया गया था । 

Types of Printer (प्रिंटर के प्रकार)

प्रिंटिंग विधि (Printing Method):- प्रिंटिंग (Printing) में प्रिंट करने की विधि बहुत महत्वपूर्ण कारक है प्रिंटिंग विधि (Printing Method) दो प्रकार की इम्पैक्ट प्रिंटिंग (Impact Printing) तथा नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटिंग (Non-Impact Printing) होती है|

इम्पैक्ट प्रिंटिंग (Impact Printing)

Impact Printer वे प्रिंटर होते हैं जो अपना Impact (प्रभाव) छोड़ते हैं जैसे टाइपराइटर प्रिंटिंग (Printing) की यह विधि टाइपराइटर (Typewriter) की विधि के समान होती है जिसमें धातु का एक हैमर (hammer) या प्रिंट हैड (Print Head) होता है जो कागज व रिबन (Ribbon) से टकराता है इम्पैक्ट प्रिंटिंग (Impact Printing) में अक्षर या कैरेक्टर्स ठोस मुद्रा अक्षरों (Solid Font) या डॉट मेट्रिक्स (Dot Matrix) विधि से कागज पर उभरते हैं Impact Printer की अनेक विधियाँ हैं| जैसे-

  • Dot Matrix Printer
  • Daisy Wheel Printer
  • Drum Printer
  • Chain Printer
  • Band Printer
  • Line Printer

Character Printers

एक प्रिंटर जो एक बार में एक character को प्रिंट करता है | यानि, ये प्रिंटर एक बार में हैमर या प्रिंट हेड के एक ही स्ट्रोक का इस्तेमाल करते हैं | ये लो स्पीड प्रिंटर हैं और इनकी प्रिंटिंग स्पीड 30- 600 करैक्टर प्रति सेकंड की रेंज में होती है | यह विशिष्ट करैक्टर प्रिंट डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर होते है जिसका प्रिंट हेड पिन से करैक्टर बनता है | करैक्टर प्रिंट दो प्रकार के होते है :-

  • Dot Matrix Printer (DMP)
  • Daisy Wheel Printwr

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer)

यह एक इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) है अतः यह प्रिंटिंग करते समय बहुत शोर करता हैं इस प्रिंटर के प्रिंट हैड (Print Head) में अनेक पिनो (Pins) का एक मैट्रिक्स (Matrix) होता है और प्रत्येक पिन के रिबिन (Ribbon) और कागज (Paper) पर स्पर्श से एक डॉट (Dot) छपता हैं अनेक डॉट मिलकर एक कैरेक्टर बनाते (Character) है प्रिंट हैड (Print Head) में 7, 9, 14, 18 या 24 पिनो (Pins) का उर्ध्वाधर समूह (Horizontal Group) होता है एक बार में एक कॉलम की पिने प्रिंट हैड (Print Head) से बाहर निकलकर डॉट्स (Dots) छापती है जिससे एक कैरेक्टर अनेक चरणों (Steps) में बनता है और लाइन की दिशा में प्रिंट हैड आगे बढ़ता जाता है डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer) की प्रिंटिंग गति (Printing Speed) 30 से 600 कैरेक्टर प्रति सेकंड (CPS-Character Per Second) होती हैं डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer) में पूर्व निर्मित मुद्रा अक्षर (Font) नहीं होते हैं इसलिये ये विभिन्न आकार-प्रकार और भाषा के कैरेक्टर (Character) ग्राफिक्स (Graphics) आदि छाप सकता हैं यह प्रिंट हैड (Print Head) की मदद से कैरेक्टर बनाते है जो की कोड (0 और 1) के रूप में मेमोरी (Memory) से प्राप्त करते है प्रिंट हैड में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट (Electronic Circuit) मौजूद रहता है जो कैरेक्टर को डिकोड (Decode) करता हैं इस प्रिंटर की प्रिंट क्वालिटी (Quality) अच्छी नहीं होती हैं |

डेजी व्हील प्रिंटर (Daisy Wheel Printer)

यह ठोस मुद्रा अक्षर (Solid Font) वाला इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) है इसका नाम डेजी व्हील (Daisy Wheel) इसलिये दिया गया है क्योंकि इसके प्रिंट हैड की आकृति एक पुष्प गुलबहार (Daisy) से मिलती हैं डेजी व्हील प्रिंटर (Daisy Wheel Printer) धीमी गति का प्रिंटर है लेकिन इसके आउटपुट की स्पष्टता उच्च होती है इसलिये इसका उपयोग पत्र (Letter) आदि छापने में होता है और यह लैटर क्वालिटी प्रिंटर (Letter Quality Printer) कहलाता है इसके प्रिंट हैड (Print Head) में चक्र या व्हील (Wheel) होता है जिसकी प्रत्येक तान (Spoke) में एक कैरेक्टर (Character) का ठोस फॉण्ट (Solid Font) उभरा रहता हैव्हील कागज की क्षैतिज दिशा में गति करता है और छपने योग्य कैरेक्टर का स्पोक(Spoke) व्हील के घूमने से प्रिंट पोजीशन (Position) पर आता है एक छोटा हैमर (Hemmer) स्पोक रिबन (Ribbon) और कागज पर टकराता हैं जिससे अक्षर कागज पर छप जाता है इस प्रकार के प्रिंटर अब बहुत कम उपयोग में हैं|

लाइन प्रिंटर (Line Printer)

यह भी एक इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) हैं बड़े कंप्यूटरों के लिए उच्च गति (High Speed) के प्रिंटरो की आवश्यकता होती है उच्च गति के प्रिंटर एक बार में एक कैरेक्टर छापने की बजाय एक लाइन पृष्ट को एक बार में छाप सकते है इनकी छापने की गति 300 से 3000 लाइन प्रति मिनिट (Line Per Minute) होती हैं ये प्रिंटर Mini व Mainframe कंप्यूटर में बड़े कार्यों हेतु प्रयोग किये जाते है लाइन प्रिंटर (Line Printer) तीन प्रकार के होते हैं|

  • ड्रम प्रिंटर (Drum Printer)
  • चैन प्रिंटर (Chain Printer)
  • बैंड प्रिंटर (Band Printer)
  • लाइन प्रिंटर (Line Printer)

ड्रम प्रिंटर (Drum Printer)

ड्रम एक लाइन प्रिंटर तकनीक है जो अपने प्रिंटिंग तंत्रत् के रूप में एक बेलना कार ड्रम के चारों अक्षर (Character) उभरे रहते हैं एक बैंड (Band) पर सभी अक्षरों का एक समूह (Set) होता हैं, ऐसे अनेक बैंड सम्पूर्ण ड्रम पर होते हैं |कागज को रिबन और हेड (हैमर) के बीच रखा जाता है, ड्रम के सामने कई हैमर होते हैं । यह ड्रम बहुत तेज गति से घूमता है और उपयुक्युत हैमर को सक्रिय करके करैक्टर को प्रिंट किया जाता है ।

चेन प्रिंटर (Chain Printer)

एक चेन प्रिंटर इम्पैक्ट लाइन प्रिंटर है, चेन प्रिंटर में प्रिंट एलिमेंट एक मेटल बैंड या चेन होता है जिसमें उभरा हुआ अक्षर होता है, जो कागज के सामने हॉरिजॉन्टल रूप से घूमघूता है। 

एक पूरी चेन में पाँच सेक्शन होते हैं, प्रत्येक सेक्शन में 48 करैक्टर होते हैं। जैसे – जैसे प्रिंट चेन घूमघूती है, समय बद्ध प्रिंट हेड उचित करैक्टर पर स्याही – रिबन के साथ कागज पर प्रहार करते हैं। 

चेन प्रिंटर सबसे तेज़ इम्पैक्ट प्रिंटरों में से एक है, जो प्रति मिनट 300 से 3000 लाइन तक प्रिंट कर सकता है। यह प्रिंटर भी शोर करता है, क्यों कि वे हैमरिंग एक्शन द्वारा करैक्टर को प्रिंट करते हैं।

बैंड प्रिंटर (Band Printer)

बैंड प्रिंटर को बेल्ट प्रिंटर भी माना जाता है, यह एक प्रकार का इम्पैक्ट लाइन प्रिंटर है जिसमें फॉन्ट, अक्षर और समय के निशान स्टील बैंड पर उकेरे जाते हैं। बैंड में उभरा हुआ करैक्टर का एक निश्चित सेट होता है जिसे केवल बैंड को बदलकर बदला जा सकता है। 

आउट पुट के दौरान, बैंड का गज के पिछले हिस्से में हॉरिजॉन्टल रूप से घूमता है, और एक हैमर उपयुक्त करैक्टर के विपरीत बैंड पर प्रहार करता है, इसे एक स्याही वाले रिबन के माध्यम से और कागज पर दबाता है और करैक्टर प्रिंट हो जाता है । बैंड प्रिंटर प्रति मिनट 300 से 2000 लाइन तक प्रिंट कर सकते हैं। बैंड प्रिंटर की मत और परफॉर्मेंस के मामले में ड्रम प्रिंटर से बेहतर माने जाते हैं। 

Advantage of Impact Printer

  • विश्वसनीय और टिकाऊ संचालन (Reliable and Durable Operation): प्रभाव प्रिंटर का यांत्रिक निर्माण उन्हें संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक भागों वाले लेजर या इंकजेट प्रिंटर की तुलना में कंपन, धूल, आर्द्रता और अलग-अलग तापमान का सामना करने में सक्षम बनाता है।
  • कम परिचालन लागत (Low Operating Costs): एक बार खरीदे जाने के बाद, प्रभाव प्रिंटर को केवल कभी-कभी रिबन परिवर्तन, आवधिक स्नेहन, और स्याही बैंड / प्रिंट हेड प्रतिस्थापन की आवश्यकता होती है, लगभग हर 2-3 साल।
  • सुरक्षा और सुरक्षित संचालन (Security and Safe Operation): चूंकि प्रभाव प्रिंटर ऑपरेशन के लिए लेजर, स्याही या गर्मी का उपयोग नहीं करते हैं, इसलिए वे बैंड या रिबन जैसे उपभोग्य सामग्रियों को बदलने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए कोई बिजली के झटके के खतरे या जलने का जोखिम नहीं उठाते हैं।
  • मल्टीपार्ट फॉर्म प्रिंटिंग क्षमता (Multipart Form Printing Ability): पिन या हथौड़ों की अंतर्निहित प्रकृति बल हस्तांतरण के साथ रिबन या बैंड को पर्याप्त रूप से डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर में 4-6 अंतर्निहित कार्बन प्रतियों तक प्रिंट करने के लिए पर्याप्त रूप से स्थानांतरित करती है, जो चालान और वेबिल के लिए महत्वपूर्ण है।
  • नियंत्रित पर्यावरण के अनुकूल (Controlled Environment-Friendly): टोनर पाउडर के विपरीत, जो जटिल रीसाइक्लिंग की मांग करने वाले वायु निस्पंदन या इंकजेट कारतूस की आवश्यकता वाले इनहेलेशन मुद्दों को उत्पन्न करते हैं, एकल रंग स्याही वाले बैंड जैसे प्रभाव प्रिंटर उपभोग्य सामग्रियों में उपयोग के माध्यम से समाप्त होने के बाद अधिक पर्यावरण के अनुकूल निपटान होता है।

Disadvantages of Impact Printers

  • बहुत धीमी गति और शोर संचालन (Very Slow Speed and Noisy Operation): यांत्रिक पहलू डॉट मैट्रिक्स के लिए प्रति सेकंड 300-500 वर्णों पर प्रभाव प्रिंटर की शीर्ष गति को सीमित करते हैं और समकालीन लेजर प्रिंटर के लिए 25 पृष्ठों प्रति मिनट की तुलना में एलक्यू प्रिंटर के लिए 500-1000 सीपीएस पर मामूली रूप से बेहतर होते हैं।
  • केवल मोनोक्रोम प्रिंटिंग क्षमता (Only Monochrome Printing Ability): चाहे बैंड, रिबन या मैट्रिक्स पिन, प्रभाव प्रणाली एकल रंग स्याही पर भरोसा करती है जो आउटपुट को केवल मोनोक्रोम टेक्स्ट या डेटा प्रतिनिधित्व तक सीमित करती है।
  • अवर प्रिंट गुणवत्ता (Inferior Print Quality): जबकि पत्र गुणवत्ता बैंड प्रिंटर टाइपराइटर गुणवत्ता के पास प्रबंधन करते हैं, डॉट मैट्रिक्स में फिक्स्ड पिन स्पेसिंग और रिबन ड्रैगिंग लेजर प्रिंटर 600+ डीपीआई रिज़ॉल्यूशन के नीचे प्रिंट तीक्ष्णता को बाधित करता है।
  • बार-बार उपभोज्य परिवर्तन की आवश्यकता (Frequent Consumable Changes Needed): स्याही वाले कपड़े के बैंड 12-24 महीनों तक चलते हैं, प्रतिस्थापन की आवश्यकता से पहले पेपर वॉल्यूम देखते हैं। मल्टी-पास रिबन आमतौर पर सैकड़ों मीटर लंबाई रेटिंग के साथ तेजी से उपयोग किए जाते हैं।

Non Impact Printer

इम्पैक्ट प्रिंटर पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या मैं अपने स्मार्टफोन से इम्पैक्ट प्रिंटर कनेक्ट कर सकता हूं?

नहीं। इम्पैक्ट प्रिंटर को उपकरणों से कनेक्ट करने के लिए यूएसबी पोर्ट या सीरियल पोर्ट जैसे विशिष्ट इंटरफ़ेस की आवश्यकता होती है, जो स्मार्टफोन में नहीं होती है। आपको उन्हें डेस्कटॉप कंप्यूटर या एडेप्टर से कनेक्ट करना होगा।

क्या प्रभाव प्रिंटर फ़ोटो प्रिंट करने के लिए उपयुक्त हैं?

नहीं। इम्पैक्ट प्रिंटर केवल मोनोक्रोम में प्रिंट कर सकते हैं और फोटोग्राफिक प्रिंटिंग के लिए आवश्यक उच्च रिज़ॉल्यूशन या रंग क्षमताओं की कमी कर सकते हैं। वे केवल पाठ और सरल छवियों को प्रिंट करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

टाइपराइटर और इम्पैक्ट प्रिंटर में क्या अंतर है?

टाइपराइटर सीधे कागज पर अक्षरों को टाइप करने की अनुमति देते हैं। इम्पैक्ट प्रिंटर इलेक्ट्रॉनिक इनपुट लेते हैं और फिर बहुत तेजी से प्रिंट कर सकते हैं, डेटा को डिजिटल रूप से स्टोर कर सकते हैं और केवल टाइपराइटर से परे फोंट का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन वे समान यांत्रिक हड़ताली तकनीकों का उपयोग करते हैं।

क्या मैं इम्पैक्ट प्रिंटर में लगातार पेपर छोड़ सकता हूं?

हाँ। अधिकांश प्रभाव प्रिंटर में एक अंतर्निर्मित ट्रैक्टर फ़ीड होता है जो पक्षों पर छिद्रों के साथ निरंतर कागज के ढेर को लोड करने की अनुमति देता है। यह शीट को मैन्युअल रूप से फीड किए बिना कई दस्तावेज़ों को प्रिंट करने में सक्षम बनाता है।

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