यहां आपको एमएस वर्ड के रेफरेंस मेनू (Reference Menu) के बारे में बताया जा रहा है जिसे आप लास्ट तक पढ़े तथा अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।
1. Table of Content टेबल आफ कंटेंट का प्रयोग किसी भी किताब में लिस्ट के रूप में लगाने के लिए प्रयोग किया जाता है जिसे विषय सूची भी कहा जाता है। इसमें यह पहचाना जा सकता है कि कौन सा लेसन कितने पेज से कितने पेज तक स्थित है एमएस वर्ड में कंट्रोल के साथ क्लिक करके उस हेडिंग या पैराग्राफ पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
1. Table of Contents
किसी भी डॉक्यूमेंट में टेबल ऑफ कंटेट डॉक्यूमेंट के विषय की संक्षिप्त जानकारी प्रदान करता है, साथ ही यह यूजर को नेवीगेट भी करता है, अर्थात जिस चेप्टर को देखना चाहते है, उसके नंबर पर क्लिक करके उस चेप्टर पर पहुंचा जा सकता है।
टेबल ऑफ कंटेंट के लिए डॉक्यूमेंट में हेडिंग डाली जाना चाहिए, चूंकि हेडिंग का टैक्स्ट ही टेबल ऑफ कंटेंट में दिखाई देता है। आप ‘‘होम‘‘ मेन्यू के ‘‘स्टाईल‘‘ विकल्प के द्वारा किसी भी टैक्स्ट या शब्द को हेडिंग बना सकते है। इसमें निम्न विकल्प होत हैः-
वर्ड फाईल में टेबल ऑफ कन्टेंट कैसे डाले। (How to Insert table of content in MS Word File)
a. Built-In:- इस विकल्प में पहले से बने हुए टेबल ऑफ कन्टेंट के स्टाईल उपलब्ध होते है, जिन पर क्लिक करके हम आसानी से इन्हें उपयोग कर सकते है।
b. Custom Table of Content:- इस विकल्प के द्वारा आप अपनी आवश्यकतानुसार टेबल ऑफ कंटेंट बना सकते है।
c. Remove Table of Content:- इस विकल्प के द्वारा आप टेबल ऑफ कंटेंट को फाईल से हटा सकते है।
d. Add Text:- इस विकल्प के द्वारा आप किस हेडिंग को किसके अंतर्गत टेबल ऑफ कंटेंट में रखना है, यह सेट कर सकते है। इसमें टेक्स्ट तथा हेडिंग को लेवल दिया जा सकता है। जैसे यदि टेबल ऑफ कंटेंट में 1,2,3 बिंदु है, तब यह बिंदु लेवल 1 में होंगे। अब यदि एक जानकारी 1.1 है तो वह बिंदु 1 के सबलेवल अर्थात लेवल 2 में आएगा। इसी प्रकार 2.1 बिंदु 2 के सबलेवल या लेवल 2 में आएगा।
1. लेवल-1
1.1 लेवल-2
2.. लेवल-1
2.1 लेवल-2
2.1.1 लेवल-3
3. लेवल-1
e. Update Table:- एक बार टेबल ऑफ कन्टेंट बनाने के बाद यदि आप अपने डॉक्यूमेंट में हेडिंग तथा डाटा डालते है, तो इस विकल्प के द्वारा आप उसे भी टेबल ऑफ कंटेट में जोड सकते है। आपको दोबारा टेबल ऑफ कंटेंट बनाने की आवश्यकता नहीं है।
2. Footnote फुटनोट डॉक्यूमेंट में कोई सूचना या Important नोट लिखने के लिए प्रयोग करते हैं जोकि डॉक्यूमेंट के सबसे अंतिम पैराग्राफ के नीचे आता है फुटनोट और एन्डनोट दोनों डॉक्यूमेंट के आखिरी में ही जोड़ा जाता है।
3. Citations & Bibliography आपके बनाये गए डॉक्यूमेंट में यदि कोई लेखक या पब्लिशर जुड़ा हैं या फिर आपके डॉक्युमेंट में मौजूद ऑथर डिटेल्स के बारे में भी अपने डॉक्यूमेंट में छाप कर बताना चाहते हैं, तब Citations and Bibliography विकल्प द्वारा अपने डॉक्युमेंट में ऑथर के जानकारी से लेकर कम्पनी के एड्रेस तक ऐड करके दिखा सकते है।
4. Caption यदि आप अपनी फाईल में कोई फाटो अथवा ऑब्जेक्ट इन्सर्ट करते है, तो इस विकल्प के द्वारा उसे केप्शन दे सकते है, तथा इस केप्शन का उपयोग आप वर्ड फाईल में अन्य किसी भी जगह कर सकते है। जिससे उस स्थान पर एक लिंक बन जाता है, तथा आवश्यकता पडने पर उस लिंक पर क्लिक करके फाईल की उस फोटो अथवा ऑब्जेक्ट पर पहुंचा जा सकता है। साथ ही आप अपनी वर्ड फाईल के एक हिस्से जैसे हेडिंग, पेराग्राफ को दूसरे हिस्से जैसे हेडिंग, पेराग्राफ से जोड सकते है, जिससे एक हिस्से से जोडे गए हिस्से पर सीधे ही पहुंचा जा सकता है।
5. Mark Entry सिलेक्ट किए हुए पैराग्राफ टेक्स्ट को में मार्क एंट्री लगाने के लिए प्रयोग करते हैं।