Computer एक ऐसा Electronic Device है जो User द्वारा Input किये गए Data में प्रक्रिया करके सूचनाओ को Result के रूप में प्रदान करता हैं, अर्थात् Computer एक Electronic Machine है जो User द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करती हैं| इसमें डेटा को स्टोर, पुनर्प्राप्त और प्रोसेस करने की क्षमता होती है।
“कंप्यूटर User द्वारा Input किये गए डाटा को Process करके परिणाम को Output के रूप में प्रदान करता हैं ”
“The Data Input Process by Computer User by Output results are provided as “
Computer शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के “COMPUTE” शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है “गणना करना” | अत: यह स्पष्ट होता है की Computer का सीधा संबंध गणना करने वाले यंत्र से है वर्तमान में इसका क्षेत्र केवल गणना करने तक सीमित न रहकर अत्यंत व्यापक हो चुका हैं| कम्प्यूटर अपनी उच्च संग्रह क्षमता (High Storage Capacity), गति (Speed), स्वचालन (Automation), क्षमता (Capacity), शुद्धता (Accuracy), सार्वभोमिकता (Versatility), विश्वसनीयता (Reliability), याद रखने की शक्ति के कारण हमारे जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण होता जा रहा है| Computer द्वारा अधिक सूक्ष्म समय में अधिक तीव्र गति से गणनाएं की जा सकती है कम्प्यूटर द्वारा दिये गये परिणाम अधिक शुद्ध होते है
आजकल विश्व के हर क्षेत्र में Computer का प्रयोग हो रहा हैं जैसे – अंतरिक्ष, फिल्म निर्माण, यातायात, उद्योग व्यापर, रेलवे स्टेशन, स्कूल, कॉलेज, एरपोर्ट, आदि|
Hardware vs. software
विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों के बारे में बात करने से पहले हम दो चीजों के बारे में जान लेते हैं जो सभी कंप्यूटरों में आम हैं: हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर।
Hardware
हार्डवेयर आपके कंप्यूटर का कोई भी हिस्सा होता है जिसमें भौतिक संरचना शामिल है, जैसे कीबोर्ड या माउस। इसमें कंप्यूटर के सभी आंतरिक भाग भी शामिल हैं, जिन्हें आप नीचे दी गई छवि में देख सकते हैं।
Software
सॉफ्टवेयर निर्देशों का कोई भी सेट होता है जो हार्डवेयर को बताता है कि क्या करना है और इसे कैसे करना है। सॉफ्टवेयर के उदाहरणों में वेब ब्राउज़र, गेम्स और वर्ड प्रोसेसर आदि शामिल हैं। आपके कंप्यूटर पर जो कुछ भी आप करते हैं वह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों के द्वारा किया जाता हैं| उदाहरण के लिए, अभी आप इस टेक्स्ट को वेब ब्राउज़र (सॉफ़्टवेयर) में देख रहे हैं यह एक सॉफ्टवेयर हैं और पेज पर क्लिक करने के लिए अपने माउस (हार्डवेयर) का उपयोग कर रहे हैं तो माउस एक हार्डवेयर हैं|
विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर (different types of Computers)
जब अधिकांश लोग कंप्यूटर शब्द सुनते हैं, तो वे डेस्कटॉप या लैपटॉप जैसे व्यक्तिगत कंप्यूटर के बारे में सोचते हैं। हालांकि, कंप्यूटर कई आकारों में आते हैं, और वे हमारे दैनिक जीवन में कई अलग-अलग कार्य करते हैं। जब आप एटीएम से नकदी वापस लेते हैं, स्टोर में किराने का सामान स्कैन करते हैं, या कैलकुलेटर का उपयोग करते हैं, तो इसका मतलब हैं की आप एक प्रकार का कंप्यूटर इस्तेमाल कर रहे हैं।
Desktop computers
कई लोग काम, घर और स्कूल में डेस्कटॉप कंप्यूटर का उपयोग करते हैं। डेस्कटॉप कंप्यूटर को डेस्क पर रखा जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और वे आमतौर पर कंप्यूटर केस, मॉनीटर, कीबोर्ड और माउस सहित कुछ अलग-अलग हिस्सों से बने होते हैं।
Laptop computers
दूसरे प्रकार के कंप्यूटर से आप परिचित हैं एक लैपटॉप कंप्यूटर, जिसे आमतौर पर लैपटॉप कहा जाता है। लैपटॉप बैटरी संचालित कंप्यूटर हैं जो डेस्कटॉप से अधिक पोर्टेबल हैं, जिससे आप उन्हें लगभग कहीं भी उपयोग कर सकते हैं।
Tablet computers
टैबलेट कंप्यूटर-या टैबलेट-हैंडहेल्ड कंप्यूटर हैं जो लैपटॉप से भी अधिक पोर्टेबल हैं। कीबोर्ड और माउस के बजाए, टैबलेट टाइपिंग और नेविगेशन के लिए टच-संवेदनशील स्क्रीन का उपयोग करते हैं। आईपैड टैबलेट का एक उदाहरण है।
Servers
एक सर्वर एक कंप्यूटर है जो नेटवर्क पर अन्य कंप्यूटरों को जानकारी प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, जब भी आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तो आप किसी ऐसे सर्वर को देख रहे हैं जो सर्वर पर संग्रहीत है। कई व्यवसाय आंतरिक रूप से फ़ाइलों को स्टोर और शेयर करने के लिए स्थानीय फ़ाइल सर्वर का भी उपयोग करते हैं।
अन्य प्रकार के कंप्यूटर (Other types of Computers)
स्मार्टफ़ोन (Smartphone) : कई सेल फ़ोन इंटरनेट ब्राउज़ करने और गेम खेलने सहित कई चीजें कर सकते हैं। उन्हें अक्सर स्मार्टफोन कहा जाता है।
पहनने योग्य (Wearable) : पहनने योग्य तकनीक उपकरणों के एक समूह के लिए एक सामान्य शब्द है – जिसमें फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच शामिल हैं-जिन्हें पूरे दिन पहने जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इन उपकरणों को अक्सर पहनने योग्य कहा जाता है।
गेम कंसोल (Game Control) : एक गेम कंसोल एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका उपयोग आपके टीवी पर वीडियो गेम खेलने के लिए किया जाता है।
टीवी (TV): कई टीवी में अब एप्लिकेशन या ऐप्स शामिल हैं जो आपको विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सामग्री तक पहुंचने देते हैं। उदाहरण के लिए, आप सीधे अपने टीवी पर इंटरनेट से वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं।
Features / Characteristics of Computer (कंप्यूटर की विशेषताये)
Speed (गति)
आप पैदल चल कर कही भी जा सकते है फिर भी साईकिल, स्कूटर या कार का इस्तेमाल करते है ताकि आप किसी भी कार्य को तेजी से कर सके Machine की सहायता से आप कार्य की Speed बड़ा सकते है इसी प्रकार Computer किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकता है Computer कुछ ही Second में गुणा, भाग, जोड़, घटाना जैसी लाखो क्रियाएँ कर सकता है यदि आपको 500*44 का मान ज्ञात करना है तो आपको 1 या 2 Minute का समय लगेगा ,यही कार्य कैलकुलेटर से करने पर लगभग 1 या 2 Second का समय लगेगा पर कंप्यूटर ऐसी लाखों गणनाओ को कुछ ही सेकंड में कर सकता हैं|
Automation (स्वचालन)
हम अपने दैनिक जीवन में कई प्रकार की स्वचलित मशीनों का Use करते है Computer भी अपना पूरा कार्य स्वचलित (Automatic) तरीके से करता है कंप्यूटर अपना कार्य, प्रोग्राम के एक बार लोड हो जाने पर स्वत: करता रहता हैं|
Accuracy (शुद्धता)
Computer अपना सारा कार्य बिना किसी गलती के करता है यदि आपको 10 अलग-अलग संख्याओ का गुणा करने के लिए कहा जाए तो आप इसमें कई बार गलती करेगे | लेकिन साधारणत: Computer किसी भी Process को बिना किसी गलती के पूर्ण कर सकता है Computer द्वारा गलती किये जाने का सबसे बड़ा कारण गलत Data Input करना होता है क्योकि Computer स्वयं कभी कोई गलती नहीं करता हैं|
Versatility (सार्वभौमिकता)
Computer अपनी सार्वभौमिकता के कारण बढ़ी तेजी से सारी दुनिया में अपना प्रभुत्व जमा रहा है Computer गणितीय कार्यों को करने के साथ साथ व्यावसायिक कार्यों के लिए भी प्रयोग में लाया जाने लगा है| Computer का प्रयोग हर क्षेत्र में होने लगा है| जैसे- Bank, Railway, Airport, Business, School etc.
High Storage Capacity (उच्च संग्रहण क्षमता)
एक Computer System में Data Store करने की क्षमता बहुत अधिक होती है Computer लाखो शब्दों को बहुत कम जगह में Store करके रख सकता है यह सभी प्रकार के Data, Picture, Files, Program, Games and Sound को कई बर्षो तक Store करके रख सकता है तथा बाद में हम कभी भी किसी भी सूचना को कुछ ही Second में प्राप्त कर सकते है तथा अपने Use में ला सकते है|
Diligence (कर्मठता)
आज मानव किसी कार्य को निरंतर कुछ ही घंटो तक करने में थक जाता है इसके ठीक विपरीत Computer किसी कार्य को निरंतर कई घंटो, दिनों, महीनो तक करने की क्षमता रखता है इसके बावजूद उसके कार्य करने की क्षमता में न तो कोई कमी आती है और न ही कार्य के परिणाम की शुद्धता घटती हैं| Computer किसी भी दिए गए कार्य को बिना किसी भेदभाव के करता है चाहे वह कार्य रुचिकर हो या न हो |
Reliability (विश्वसनीयता)
Computer की Memory अधिक शक्तिशाली होती है Computer से जुडी हुई संपूर्ण प्रक्रिया विश्वसनीय होती है यह वर्षों तक कार्य करते हुए थकता नहीं है तथा Store Memory वर्षों बाद भी Accurate रहती हैं|
Power of Remembrance (याद रखने की क्षमता)
व्यक्ति अपने जीवन में बहुत सारी बाते करता है लेकिन महत्वपूर्ण बातों को ही याद रखता है लेकिन Computer सभी बाते चाहे वह महत्वपूर्ण हो या ना हो सभी को Memory के अंदर Store करके रखता है तथा बाद में किसी भी सूचना की आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध कराता हैं|
Computer Block Diagram
“कंप्यूटर ब्लॉक डायग्राम एक स्ट्रक्चर होता है जो कंप्यूटर की कार्य विधि के बारें में जानकारी प्रदान करता है और यह भी बताता है कि इसमें कितने components होते हैं।”
उदाहरण के माध्यम से समझते है:- मान लीजिये एक यूजर ने कंप्यूटर को कुछ इनपुट दिया और बदले में उसे कुछ आउटपुट प्राप्त हुआ, इस बीच में होने वाली प्रक्रियाओं को हम इस ब्लॉक डायग्राम के माध्यम से समझ सकते है ।
कंप्यूटर सिस्टम मुख्यतः चार यूनिट्स से मिलकर बना होता हैं |
- Input Unit (इनपुट यूनिट)
- System Unit (सिस्टम यूनिट)
- Arithmetic Logic Unit ( अंकगणितीय व तार्किक इकाई)
- Control Unit ( नियंत्रण इकाई)
- Main Memory (मुख्य मेमोरी)
- Output Device (आउटपुट डिवाइस)
- Memory (मैमोरी)
- Computer के उपरोक्त सभी component एक दुसरे से wires के माध्यम से connect होते है। wires के इस समूह को Bus कहा जाता है |
- जो electronic signal को transfer करने का कार्य करती है। यह electronic signal Digital pulses के रूप में High voltage या low voltage के सिंद्धांत पर कार्य करते है।
- Digital pulses के अनुसार High voltage को 1 से और low voltage को 0 से प्रदर्शित किया जाता है।
इनपुट यूनिट द्वारा हम अपना डाटा या निर्देश अथवा प्रोग्राम कंप्यूटर में प्रविष्ट (INPUT) कराते हैं जो CPU के द्वारा ग्रहण किया जाता है, और मेमोरी में उचित स्थान पर स्टोर कर दिया जाता है | आवश्यकता पड़ने पर ALU मेमोरी से ही डाटा तथा निर्देश ले लेता है | जहाँ कंट्रोल यूनिट के आदेश के अनुसार उन पर विभिन्न क्रियाएँ की जाती हैं या पुन: मेमोरी में ही रख दिए जाते हैं | अन्य सभी यूनिट कण्ट्रोल यूनिट के नियंत्रण में कार्य करती हैं |
इनपुट(input)
- यह Computer System की सबसे प्रमुख ईकाई एवं हार्डवेयर है जिसकी सहायता से Data, Instruction, Program और अन्य Information को Working के लिए Computer System में Load किया जाता है। यह सभी Information या Instruction उस System के लिए Input कहलाते है
- User अपनी आवष्यकता के अनुरूप Data को Computer में Input Device के माध्यम से Enter करते है । Computer के साथ उपयोग में लाई जाने वाली सभी Input Device (उदहारण कीबोर्ड , माउस , स्कैनर आदि) को कार्य करवाने के लिए CPU से Connect किया जाता है यह सभी Input Device निर्धारित किए गए Input Port के माध्यम से CPU से Connect होती हैं। Input Device का मुख्य कार्य User से User के समझने योग्य प्रारूप में Information को प्राप्त करना होता है। परन्तु CPU द्वारा केवल Binary Data(0 OR 1) पर ही किसी भी प्रकार का कार्य कर पाना संभव होता है।
- इस कारण से input device के साथ कुछ ऐसे विशेष control circuit उपयोग में लाए जाते है। जो user से input में प्राप्त data को binary code में परिवर्तित करने का कार्य करते है। किसी computer system में विभिन्न प्रकार के format जैसे कि text , graphics, video, sound आदि का input के रूप में दिया जा सकता है। अलग – अलग प्रकार के data कि लिए विभिन्न प्रकार कि input device उपयोग में लाई जाती है। सामान्यतः उपयोग में लाई जाने वाली input device निम्न है-
Input device के उदाहरण –
● Keyboard (कीबोर्ड)
● Mouse (माउस)
● Microphone (माइक्रोफोन)
● Scanner (स्कैनर)
● Trackball (ट्रैकबॉल)
● Joystick (जॉयस्टिक)
● web cam (वेब केम)
आउटपुट(output)
- डाटा तथा निर्देशों को परिणाम के रूप में प्रदर्शित करने के लिए जिन यूनिट्स का उपयोग किया जाता है, मेमोरी आउटपुट यूनिट कहते है |
- आउटपुट यूनिट का कार्य यह है कि वह कंप्यूटर से प्राप्त होने वाले परिणामों को, जो बाइनरी कोड में होते है, उचित संकेतों या भाषा तथा चित्र में बदलकर हमें उपलब्ध कराता है |
- संक्षेप में, आउटपुट यूनिट द्वारा निम्न कार्य किए जाते हैं-
- यह कंप्यूटर द्वारा दिए गए परिणामों को स्वीकार कराता है, जोकि बाइनरी कोड के रूप में होते हैं और जिन्हें हमारे लिए समझना कठिन होता है |
- यह उन कोड के रूप में दिए गए परिणामों को हमारे द्वारा पढ़ने या समझने योग्य रूप में बदल देता है |
- यह बदले हुए रूप में परिणामों को हमारे समझ प्रस्तुत करता है या छाप देता है |
Output device के उदाहरण –
● Monitor (मॉनिटर)
● Speaker (स्पीकर)
● Printer (प्रिंटर)
● Projector (प्रोजेक्टर)
● Plotter (प्लॉटर)
● Headphone (हेडफोन)
केन्द्रीय संसाधन इकाई (Central Processing Unit)
- CPU ही कम्प्यूटर का वह भाग होता है जिसमें arithmetic और logical ऑपरेशन्स निष्पादित होते हैं तथा निर्देश (Instructions) डिकोड (Decode) और एक्जिक्यूट (Execute) किए जाते हैं ।
- CPU कम्प्यूटर के सम्पूर्ण ऑपरेशन्स (Operations) का नियन्त्रण करता है। सीपीयू को कम्प्यूटर का मस्तिष्क कहा जाता | है। माइक्रो कम्प्यूटर के सीपीयू को माइक्रोप्रोसेसर भी कहा जाता है। यह कम्प्यूटर के बाहरी व आंतरिक डिवाइसों को कंट्रोल करता है।
- सबसे पहला माइक्रोप्रोसेसर सन् 1970 में Intel 4004 के रूप में तैयार किया गया। इस चिप में लगभग 2300 transistors के बराबर क्षमता थी।
- सीपीयू के प्रमुख कार्य निम्न हैं-
- यह निर्देशों (Data Instructions) तथा डाटा को मुख्य मेमोरी (Main Memory) से रजिस्टर्स में स्थानान्तरित करता है।
- निर्देशों का क्रमिक रूप से क्रियान्वयन (Execution) करता है।
- आवश्यकता पड़ने पर यह आउटपुट डाटा को रजिस्टर्स से मुख्य मेमोरी में स्थानान्तरित करता है।
CPU-
CPU का पूरा नाम Central Processing Unit होता है यह memory से instruction प्राप्त कर उनके अनुसार डाटा की processing करता है प्रोग्राम में दिए गए instruction के अनुसार CPU में result transmit करता है अथवा memory में स्टोर करता है कंप्यूटर में memory तथा इनपुट /आउटपुट युक्तियो के मध्य डाटा फ्लो को control CPU द्वारा ही किया जाता है
सभी mathematical एवं लॉजिकल क्रियाये भी CPU के द्वारा ही सम्पन्य किया जाता है क्योकि CPU इन सभी क्रियाओ को Control करता है
सीपीयू के प्रमुख तीन अवयव निम्नलिखित हैं-
1. कंट्रोल यूनिट (Control Unit)
- कंट्रोल यूनिट के द्वारा निम्नलिखित प्रमुख कार्य किये जाते हैं-
- यह कम्प्यूटर की समस्त आन्तरिक क्रियाओं का संचालन करती है।
- यह इनपुट आउटपुट क्रि आयों को नियन्त्रित करती है।
- यह मेमोरी से प्रोग्राम रीड करती है, उनकी व्याख्या करती हैं तथा ए.एल.यू. व मेमोरी में वांछित क्रिया सम्पन्न करने के लिए निर्देश देती है।
- यह ए. एल.यू. को यह बताती है कि डाटा मेमोरी में कहाँ स्थित है, क्या क्रिया करनी है तथा प्रक्रिया के पश्चात् निष्कर्ष / परिणाम (Result) कहाँ संग्रहित होना है।
- ये सभी निर्देश विद्युत संकेतों के रूप में सिस्टम बस (System Bus) की नियन्त्रक बस (Control Bus) के माध्यम से कम्प्यूटर के विभिन्न भागों तक संचरित होते हैं।
नोट– अनेक तारों का समूह बस कहलाती है।
2. अरिथमेटिक एण्ड लॉजिक यूनिट (Arithmetic and Logical Unit-ALU)
- सीपीयू के लिए सभी प्रकार की अंकगणितीय क्रियाएँ (जोड़ना, घटाना, गुणा करना तथा भाग देना) और तुलनाएँ दो संख्याओं में यह बताना कि कौनसी छोटी या बड़ी है), इसी यूनिट में की जाती हैं।
- यह यूनिट कई ऐसे इलेक्ट्रॉनिक परिपथों (circuit) से बनी होती हैं जिनमें एक ओर से कोई दो संख्याएँ भेजने पर दूसरी ओर से उनका योग, अन्तर, गुणनफल या भागफल प्राप्त हो जाता है। प्राप्त होने वाली संख्याकों तथा क्रियाओं के परिणामों को अस्थाई रूप से स्टोर करने या रखने के लिए इसमें कई विशेष bytes होती हैं, जिन्हें रजिस्टर (Register) कहा जाता है।
- ALU कण्ट्रोल यूनिट की निगरानी में कार्य करता है। यह memory में डाटा प्राप्त करता है, उस पर गणनाएँ करता है और परिणाम पुनः memory को ही लोटा देता हैं।
- ALU के कार्य करने की गति अति तीव्र होती हैं। एह लगभग दस लाख कैलकुलेशन प्रति सेकंड की speed से कर सकता है।
3. मेमोरी यूनिट (Memory Unit)
- मेमोरी कम्प्यूटर का वह भाग है जो डाटा तथा निर्देशों को संग्रहीत करती है। कम्यूटर की मेमोरी आधुनिक कम्प्यूटरों के मूल कार्यों में से एक अर्थात् सूचना भंडारण (information Retention) की सुविधा प्रदान करती है।
- मेमोरी को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित जा सकता है
- प्राथमिक मेमोरी (Primary / Internal / Main Memory)- इसमें अस्थाई अनुदेशों और तात्कालिक परिणामों को रखा जाता है, क्योंकि computer को बंद कर देने पर इसमें रखी सूचना भी समाप्त हो जाती हैं। इसकी क्षमता कम तथा गति तीव्र होती है।
- सेकेण्डरी मेमोरी (Secondary / External Memory)- यह मुख्यत ऑप्टिकल डिस्क या चुम्बकीय (magnetic) डिस्क होती हैं। इसमें बड़ी मात्रा में सूचनाएँ संग्रहित की जा सकती है।
कंप्यूटर में memory दो प्रकार की होती हैं –
- Primary Memory (प्राइमरी मेमोरी)
- Secondary Memory (सेकेंडरी मेमोरी)
Primary Memory (प्राइमरी मेमोरी)
प्राइमरी मेमोरी एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जिसे सीधे (direct) प्रोसेसर के द्वारा एक्सेस किया जाता है।
प्राइमरी मैमोरी कंप्यूटर की Main Memory होती है, जो CPU का एक हिस्सा होती है. CPU में लगे होने के कारण इस मैमोरी को आंतरिक मैमोरी भी कहा जाता है.
प्राइमरी मैमोरी को Semiconductor (अर्धचालक) पदार्थ से बनाया जाता है।
सरल शब्दो में कहे तो यह एक ऐसी मेमोरी है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर में मौजूद प्रोग्राम को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
यह कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी होती है जिसे प्राइमरी स्टोरेज के नाम से भी जाना जाता है। इसमें दो तरह की मेमोरी शामिल है RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी) और ROM (रीड ओनली मेमोरी) .
प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर के motherboard पर स्थित होती है और बिजली चले जाने पर इस मेमोरी में स्टोर डेटा खो जाता है।
यह मेमोरी महंगी होती है लेकिन सेकेंडरी मेमोरी की तुलना में डेटा को एक्सेस करने की गति (speed) तेज होती है।
Secondary Memory (सेकेंडरी मेमोरी)
यह भी एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जिसे सीधे (direct) प्रोसेसर के द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता।
सेकेंडरी मेमोरी एक ऐसी मेमोरी है जिसकी स्टोरेज छमता अधिक होती है और यह बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकती है।
इस मेमोरी का उपयोग बड़े आकार वाले डेटा जैसे (वीडियो, इमेज, ऑडियो, फाइल) को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
इस मेमोरी में यूजर डेटा को आसानी से स्टोर कर सकता है और उस डेटा को पुनर्प्राप्त (restore) कर सकता है।
इस मेमोरी का उपयोग स्थाई (permanent) रूप से डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। permanent डेटा का अर्थ यह है की बिजली चली जाने के बाद भी डेटा बरकार रहे या डिलीट ना हो।
प्राइमरी मेमोरी में बिजली चली जाने पर डेटा खो जाता है परन्तु सेकेंडरी मेमोरी में ऐसा नहीं होता। CPU डायरेक्ट सेकेंडरी मेमोरी को एक्सेस कर सकता।
इसे ऐसा करने के लिए सेकेंडरी मेमोरी के डेटा को प्राइमरी मेमोरी में ट्रांसफर करना होगा इसके बाद CPU सेकडरी मेमोरी को एक्सेस कर पायेगा।
इसे सेकेंडरी स्टोरेज के नाम से भी जाना जाता है जो प्राइमरी मेमोरी की तुलना में सस्ती होती है।
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