आवश्यकताएं (Requirements)
1. UPS | 2. स्क्रू ड्राइवर |
क्रियाविधि (Procedure)
1. सर्वप्रथम UPS यूनिट को वर्क बेंच पर रखें।
2. UPS का पूरा नाम अनइन्ट्रप्टेड पावर सप्लाई है। इसमें बैट्री लगी होती है, जो मुख्य पावर सप्लाई की अनुपस्थिति में UPS से जुड़े उपकरण को पावर सप्लाई प्रदान करती है ।
3. UPS के फ्रन्ट पैनल में प्रयुक्त विभिन्न कन्ट्रोल बटन एवं इन्डीकेटरों को चित्र (1) में दर्शाया गया है, जो निम्न प्रकार है-
(i) ON / OFF स्विच – मुख्य पावर सप्लाई की उपस्थिति एवं अनुपस्थिति के आधार पर UPS का उपयोग करने के लिए इन बटनों का उपयोग किया जाता है।
(ii) LED इन्डीकेटर – यह LED, UPS को प्रदान की जाने वाली मुख्य पावर सप्लाई की स्थिति को दर्शाती है। UPS को मुख्य पावर सप्लाई मिलने की स्थिति में यह हरे रंग का एवं पावर सप्लाई नहीं मिलने की स्थिति में यह लाल रंग का प्रकाश उत्पन्न करती है।
(iii) एयर वेन्टीलेशन होल – UPS के लम्बे समय तक उपयोग किए जाने से इसमें प्रयुक्त आन्तरिक परिपथ गर्म हो जाता है। इससे UPS को जलने का खतरा रहता है। अत: UPS को जलने से बचाने के लिए इसमें छिद्र बनाए जाते हैं, जिनमें से हवा के गुजरते रहने से UPS ज्यादा गर्म नहीं होता है।
4. UPS यूनिट के बैक पैनल का उपयोग विभिन्न उपकरणों को UPS यूनिट से जोड़ने के लिए किया जाता है ।
5. विभिन्न उपकरणों को जोड़ने के लिए इसमें चित्र (2) में दर्शाए अनुसार विभिन्न कनेक्टिंग पोर्ट उपयोग किए जाते हैं, जो निम्न प्रकार हैं-
(i) RS-232 पोर्ट – UPS के RS-232 पोर्ट का उपयोग कम्प्यूटर को जोड़ने के लिए किया जाता है। इसमें समानान्तर क्रम में डाटा ट्रांसफर होता है।
(ii) नेटवर्क पोर्ट- नेटवर्किंग के लिए प्रयुक्त उपकरण जैसे- मॉडेम आदि को UPS से जोड़ने के लिए नेटवर्क पोर्ट का उपयोग किया जाता है।
(iii) AC इनपुट सॉकेट – UPS के इनपुट में AC पावर सप्लाई प्रदान करने के लिए AC इनपुट सॉकेट का प्रयोग किया जाता है।
(iv) AC आउटपुट सॉकेट – UPS के आउटपुट टर्मिनल पर विभिन्न लोड को जोड़ने के लिए AC आउटपुट सॉकेट का उपयोग किया जाता है।
सावधानियां (Precautions)
1. UPS के फ्रन्ट पैनल में लगे कन्ट्रोलिंग बटन एवं इन्डीकेटर का उपयोग भली-भांति समझें ।
2. UPS के बैक पैनल में प्रयुक्त सभी कनेक्टर पोर्ट एवं सॉकेटों का उपयोग भलि – भांति समझें ।
परिणाम (Result)
इस प्रयोग में हमने UPS के विभिन्न पोर्ट्स एवं पार्ट्स की पहचान करना तथा स्विच ऑन एवं स्विच ऑफ करने का अध्ययन किया ।