आवश्यकताएं (Requirements)
1. मल्टीमीटर | 2. अमीटर | 3. वोल्टमीटर |
4. वाटमीटर | 5. आवृत्तिमीटर | 6. कनेक्टिंग वायर |
क्रियाविधि (Procedure)
1. सभी औजारों एवं सामग्री को वर्क बेंच पर रखें ।
2. इसके बाद विभिन्न मीटरों का उनके उपयोग के आधार पर अध्ययन करें, जो निम्न प्रकार हैं-
(i) अमीटर – यह एक ऐसा मापन यंत्र है जिसका उपयोग परिपथ में से प्रवाहित विद्युत धारा को मापने के लिए किया जाता है। इसे परिपथ में सामान्यत: श्रेणीक्रम में लगाया जाता है।
(ii) वोल्टमीटर – यह एक ऐसा मापन यंत्र है, जिसका उपयोग परिपथ मैं विभवान्तर मापने के लिए किया जाता है। इसे परिपथ में सामान्यतः समानान्तर क्रम में लगाया जाता है।
(iii) वाटमीटर – यह एक ऐसा मापन यंत्र है, जिसका उपयोग परिपथ की विद्युतीय शक्ति को मापने के लिए किया जाता है।
(iv) आवृत्तिमीटर – यह एक ऐसा मापन यंत्र है, जिसका उपयोग परिषद में प्रवाहित सिग्नल की आवृत्ति को मापने के लिए किया जाता है।
(v) मल्टीमीटर – यह एक ऐसा मापन यंत्र है, जिसका उपयोग परिष का विभवान्तर (वोल्टेज), विद्युत धारा एवं प्रतिरोध आदि मापने के लिए किया जाता है। इसमें आवश्यकतानुसार रेंज को सेट किया जा सकता है।
सावधानियां (Precautions)
1. सभी मीटरों में उपयोग के आधार पर अन्तर को समझें ।
2. सभी मीटर चालू अवस्था में होने चाहिए।
3. वर्कशॉप में कार्य करते समय आपकी एकाग्रता कार्य की तरफ होनी चाहिए।
परिणाम (Result)
इस प्रयोग में हमने विभिन्न प्रकार के मीटरों की पहचान कर उनकी रेंज को मापने का अध्ययन किया ।