आवश्यकताएं (Requirements)
1. कम्प्यूटर सिस्टम
2. हैण्ड टूल्स सेट
क्रियाविधि (Procedure)
कम्प्यूटर सिस्टम में दो प्रकार की कूलिंग उपयोग की जाती है-
1. केस कूलिंग (Case Cooling)
2. सीपीयू कूलिंग (CPU Cooling)
1. केस कूलिंग (Case Cooling) – इस एयर कूलिंग सिस्टम का उपयोग, केस के अंदर से हीट को हटाने के लिए किया जाता है। ज्यादातर कम्प्यूटर सिस्टम निम्न पंखों (Fans) का उपयोग कूलिंग के लिए करते हैं।
(i) फ्रन्ट इनटेक फेन (Front Intake Fan) – ताजी एवं ठण्डी हवा को कम्प्यूटर केस में लाने के लिए उपयोग किया जाता है।
(ii) रियर एवं टॉप एक्जॉस्ट फेन (Rear and Top Exhaust Fan) – इनका उपयोग केस से गर्म हवाओं को निकालने के लिए किया जाता है। रियर फेन को पीछे तथा टॉप फेन को केस के टॉप में सेट किया जाता है।
(iii) पावर सप्लाई एक्जॉस्ट फेन (Power Supply Exhaust Fan) – यह फेन पावर सप्लाई के पीछे लगा रहता है। पावर सप्लाई एवं केस से आने वाली गर्म हवाओं को बाहर निकालने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
2. सीपीयू कूलिंग (CPU Cooling) – इसमें एयर कूलिंग एवं लिक्विड कूलिंग का उपयोग किया जाता है। सीपीयू सबसे ज्यादा हीट को उत्पन्न करता है। इसलिए सीपीयू कूलिंग सबसे आवश्यक मानी जाती है।
(i) एयर कूलिंग (Air Cooling) – केस में उपस्थित पार्ट्स ज्यादातर हवा के माध्यम से ही ठंडे किए जाते हैं। समान रूप से सीपीयू कूलिंग हेतु, हीट सिंक को फैन के साथ सीपीयू के समतल क्षेत्र में संचालित किया जाता है। होट सिंक में एल्यूमिनियम फिन लगा रहता है जिसमें फेन टॉप या साइड में लगा रहता है। फेन एयर को फेंकता है तथा हीट सिंक से बाहर आकर केस में फैल जाती है जिसे कूलिंग सिस्टम के द्वारा बाहर फेंका जाता है।
(ii) लिक्विड कूलिंग (Liquid Cooling) – यह प्रोसेसर्स को ठंडा करने की एक विधि है जिसे विशेष सिस्टम के लिए उपयोग किया जाता है क्योंकि यह ज्यादा स्पेस घेरता. है। यह विशेष पानी का उपयोग करता है जिससे प्रोसेसर – को ठंडा किया जाता है। इस विधि में शोर नहीं होता लेकिन यह बहुत ही खर्चीली विधि है।
सावधानियां (Precautions)
1. कम्प्यूटर केस खोलते समय उपयुक्त टूल का चयन करें।
2. कूलिंग में लीक होने पर अनुदेशक महोदय से संपर्क करें ।
3. बेवजह वायरिंग को न छुएं।
परिणाम (Result)
इस प्रयोग में हमने कम्प्यूटर में कूलिंग सिस्टम का अध्ययन किया।